एसोसिएशन के एक सदस्य ने बताया कि शुरू में हमने इस साल पूजा का आयोजन न करने का फैसला किया क्योंकि अनिश्चितता बहुत है। अभी हमें दुर्गा प्रतिमा के लिए ऑर्डर देना है। इसलिए हम इस बार बहुत छोटे पैमाने पर आयोजन कर रहे हैं। हमें पंडाल और प्रतिमा दोनों ही छोटी बनानी हैं। गोरखालैंड समर्थक कार्यकर्ताओं के प्रतिशोध के डर से इन सदस्यों ने नाम नहीं बताया।
बंगाली एसोसिएशन, दार्जीलिंग के एक सदस्य शुभमय चटर्जी ने कहा कि हम दुर्गा पूजा का आयोजन तो कर रहे हैं लेकिन हमारा बजट बहुत कम है। हमने न तो स्थानीय लोगों से चंदा एकत्र किया है और न ही हमारे पास कोई समुचित प्रायोजक है।