मित्रा 2011 से राज्य के वित्तमंत्री हैं, जब टीएमसी वाम मोर्चे के 34 साल लंबे शासन को खत्म करने के बाद सत्ता में आई थी। मित्रा (73) ने इस साल विधानसभा चुनाव भी नहीं लड़ा था। टीएमसी के वरिष्ठ नेता ने गोपनीयता की शर्त पर बताया, अमित दा राज्य के वित्तमंत्री के पद पर नहीं बने रहेंगे। उन्हें चार नवंबर को निर्वाचित हुए बिना इस पद पर बने हुए छह महीने पूरे हो जाएंगे।
उन्होंने पहले ही पार्टी नेतृत्व को सूचित कर दिया है कि वे खराब सेहत के कारण राजनीति और प्रशासन में बने रहना नहीं चाहते।उन्होंने कहा, लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के जोर देने पर मित्रा ने इस साल मई में तीसरी बार पार्टी के सत्ता में लौटने के बाद राज्य के वित्तमंत्री का प्रभार संभाल लिया था।
भारतीय उद्योग एवं वाणिज्य महासंघ (फिक्की) के पूर्व महासचिव मित्रा 2009 से बनर्जी की फैसला लेने वाली टीम का हिस्सा रहे हैं। पश्चिम बंगाल में 2011 में पार्टी के सत्ता में आने के बाद मित्रा को बनर्जी की मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया और उन्हें कर्ज के बोझ से दबे राज्य के वित्त विभाग का प्रभार दिया गया।(भाषा)