नंदबाबा मंदिर में नमाज पढ़ने वाला फैसल खान शाहीन बाग के प्रदर्शनों में भी था शामिल
गुरुवार, 5 नवंबर 2020 (00:33 IST)
मथुरा। उत्तरप्रदेश के मथुरा स्थित नंदबाबा मंदिर परिसर में नमाज अदा करने का आरोपी फैजल खान नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship amendment law) के विरोध में हुए शाहीनबाग धरने में सक्रिय रहा था। पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तारी के बाद फैजल से की गई पूछताछ व बरामद किए गए मोबाइल की जांच से यह खुलासे करने का दावा किया है।
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्रीश चंद्र ने बताया कि फैजल खान से पूछताछ एवं फौरी जांच में मिली जानकारी के अनुसार वह दिल्ली के शाहीनबाग में लंबे समय तक नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चलाए गए धरना-प्रदर्शन में सक्रिय रहा था।
उन्होंने कहा कि इसकी पुष्टि उससे बरामद किए गए फोन में मिली कई तस्वीरों से हुई है। एसपी ने कहा कि उसका कार्यालय भी उसी इलाके में है और गिरफ्तारी भी वहीं से हुई है।
उन्होंने बताया कि फैजल के बारे में वहां के लोगों से की गई पूछताछ व प्राप्त कागजातों से ज्ञात हुआ कि सामाजिक संस्था 'खुदाई खिदमतगार' का पुनर्गठन भी फर्जी कागजातों के आधार पर किया गया था। इसके बाद से वह लगातार लोगों को जोड़ता आ रहा था।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वह 'बादशाह वर्कर फंड' के नाम से लोगों से धन एकत्रित करता रहा है और संचालन संस्था में कथित रूप से अनेक ट्रस्टी होने के बावजूद वह तथा कलीमुल्लाह नाम का एक साथी ही खातों के संचालन के लिए अधिकृत किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि यह भी जानने का प्रयास किया जा रहा है कि वह अपनी संस्था के लिए कहां-कहां से और किस-किस से कोष एकत्रित करता रहा है। उसने लोगों को आकर्षित करने के लिए सोशल मीडिया पर कई खाते बना रखे हैं।
उधर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि पुलिस मुकदमे के आधार पर सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। वैसे भी नए तथ्य ज्ञात होने के बाद उसके खिलाफ भादंवि की धाराएं (419/420/467/468 व 471) भी बढ़ा दी गई हैं।
बरसाना थाना प्रभारी आजाद पाल सिंह ने बताया कि फैजल खान को मंगलवार को दिल्ली से मथुरा लाए जाने के बाद छाता के मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किए जाने से पूर्व स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया, जिसमें वह कोरोना वायरस संक्रमित पाया गया। फिलहाल, उसे इलाज के लिए कोविड-19 अस्पताल में भर्ती किया गया है।
न्यायिक मजिस्ट्रेट स्वाति सिंह ने बयान दर्ज करने के बाद फैजल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए हैं। सिंह ने बताया कि फैजल खान के संक्रमित पाए जाने के बाद उसे दिल्ली से लाने वाले उप निरीक्षक अर्जुन राठी सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मियों को भी पृथक-वास में भेजा गया है तथा उन सभी की जांच के लिए नमूने परीक्षण के लिए भिजवा दिए गए हैं। मामले की जांच की कार्रवाई अब फैजल खान के संक्रमणरहित होने के बाद ही आगे बढ़ पाएगी। (भाषा)