किसान आंदोलन के दौरान गिरफ्तार हुए किसान नेताओं को जल्द रिहा करने की मांग करते हुए टिकैत ने कहा कि यह कृषि कानून नहीं, बल्कि काले कानून हैं, जो किसानों की बर्बादी की गारंटी देते हैं। उन्होंने केंद्र सरकार को खुली चुनौती देते हुए कहा कि गुजरात और बेंगलुरु में किसान आंदोलन के दौरान गिरफ्तार हुए किसान नेताओं की रिहाई नहीं हुई तो देशभर में भाजपा नेताओं का बहिष्कार किया जाएगा।