भूमि अधिग्रहण के खिलाफ किसानों का हिंसक प्रदर्शन

गुरुवार, 22 जून 2017 (15:40 IST)
ठाणे। नेवाली में प्रस्तावित हवाईअड्डे के लिए भूमि अधिग्रहण का विरोध कर रहे किसानों ने गुरुवार को वाहनों में आग लगा दी और पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हुई। झड़प में चार पुलिसकर्मी जख्मी हो गए।
 
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन कर रहे किसानों ने जलते टायर फेंककर क्षेत्र के एक व्यस्त मार्ग को बाधित कर दिया। एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि भूमि रक्षा मंत्रालय की है और राज्य सरकार के भूमि रिकॉर्ड भी इसकी पुष्टि करते हैं।
 
प्रस्तावित हवाईअड्डा बनाने के लिए कुछ वर्ष पहले राज्य सरकार ने क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण शुरू किया था जिसका किसान विरोध कर रहे हैं। लेकिन आज उनके प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। मुंबई से लगभग 50 किमी दूर नेवाली के निकट किसानों ने एक साथ कई स्थानों पर प्रदर्शन किए।
 
पुलिस अधिकारी ने बताया कि नाराज प्रदर्शनकारियों ने हालात को काबू में करने की कोशिश कर रही पुलिस के साथ झड़प की और सुरक्षा बलों पर पथराव भी किया।
 
झड़प में तीन पुलिस अधिकारी और एक कांस्टेबल घायल हो गए। भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों पर प्लास्टिक की गोलियां चलाई।
 
प्रदर्शनकारियों ने क्षेत्र में कल्याण हाजी मलंग मार्ग पर जलते टायर और लट्ठे फेंककर उसे बाधित कर दिया। उन्होंने पुलिस की एक वैन, तीन ट्रक, दो बाइक और एक टैम्पो में भी आग लगा दी। हालात को काबू में करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और राजस्व अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए।
 
आंदोलनरत किसानों ने इस महीने की शुरूआत में हवाईअड्डे के लिए रक्षा मंत्रालय द्वारा करीब 1,600 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किए जाने को चुनौती देते हुए बंबई उच्च न्यायालय में कई याचिकाएं दायर की थीं। हवाईअड्डा निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान किया गया था।
 
याचिकाओं के अनुसार सरकार ने भूमि का अधिग्रहण तत्कालीन ठाणे जिलाधिकारी ने फरवरी 1943 द्वारा पारित एक आदेश के जरिए डिफेंस ऑफ इंडिया रूल्स के तहत किया था। याचिकाओं में अधिग्रहण आदेश की वैधता को चुनौती दी गई है। (भाषा) 

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