इस प्रणाली का विकास पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय और बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने साथ मिलकर किया है। उद्घाटन के बाद ठाकरे ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए कहा, 'बाढ़ प्रबंधन प्रणाली शहर के लिए वरदान है और इससे मुंबई को बचाने में मदद मिलेगी।'
उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र को चक्रवाती तूफान के बारे में दो तीन दिन पहले चेतावनी मिल गई थी, इसलिए राज्य सरकार लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा सकी जिससे किसी की जान नहीं गई।'
हर्ष वर्धन ने कहा कि आईएफएलओडब्ल्यूएस प्रणाली सबसे आधुनिक है जिससे मुंबई के लोगों को मदद मिलेगी। उच्च तकनीक वाली इस प्रणाली से बाढ़ आने से पहले उसका अनुमान लगाया जा सकेगा जिससे मुंबई में रहने वालों को पहले से एहतियाती कदम उठाने का समय मिल जाएगा। यह मुंबई के लोगों के लिए वरदान साबित होगा जहां लगातार बाढ़ का सामना करना पड़ता है।