पुलिस पर आरोप : युवती ने आरोप लगाया कि उसके साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई न करके दर्ज कराए गए मुकदमे में अंतिम रिपोर्ट दाखिल कर दी। अपर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) मनोज कुमार रावत ने यहां बताया पीड़ित लड़की अपने माता-पिता के साथ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलने जिला मुख्यालय पर आई थी।
रावत ने बताया कि दोपहर करीब 12 बजे अभियुक्तों को पुलिस द्वारा बचाए जाने का आरोप लगाते हुए पीड़ित लड़की मंडलायुक्त कार्यालय में बनी पानी की टंकी पर चढ़ गई। घटना की सूचना पाते ही वरिष्ठ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे और करीब तीन घंटों के प्रयासों के उपरांत प्रकरण में समुचित कार्रवाई किए जाने का आश्वासन देकर युवती को नीचे उतारा।
एएसपी ने बताया कि जिले के नवाबगंज थाने में दिसंबर 2023 में महिला ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें कहा गया था कि वह घुमंतू प्रजाति की महिला होने के कारण इधर-उधर भ्रमण करते हुए अपना डेरा लगाया करती है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में उसका डेरा नवाबगंज थाना क्षेत्र के लमती लोलपुर गांव में है।
क्या है पूरा मामला : महिला के मुताबिक एक दिसंबर 2023 की सुबह वह अपनी पुत्री और बहू के साथ शौच के लिए निकली थी कि दो मोटर साइकिलों पर सवार होकर तीन सगे भाई उमेश (24), दुर्गेश (22) तथा कुंदन (18) आ गए और कट्टे की नोक पर मेरी बेटी को उठाकर ले गए तथा उसके साथ दुष्कर्म किया।
एएसपी ने बताया कि अदालत के आदेश पर तीनों सगे भाइयों के खिलाफ नाबालिग लड़की का अपहरण कर दुष्कर्म का अभियोग दर्ज किया गया। विवेचना के दौरान शिकायत की पुष्टि न होने पर प्रकरण में अंतिम रिपोर्ट लगा दी गई, वहीं नवाबगंज के प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार राय ने कहा कि अब महिला पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाने के उद्देश्य से अनुचित साधन का इस्तेमाल कर रही है। (भाषा)