पार्टी सूत्रों ने यहां बताया कि कांग्रेस विधायक 2 बैच में आए। इनमें 31 विधायक अहमदाबाद से विमान के जरिए और 9 अन्य राजकोट से यहां पहुंचे। पार्टी सूत्रों ने दावा किया कि गुजरात में कांग्रेस के 7 विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद अपने और विधायकों के पाला बदल लेने की आशंका के मद्देनजर पार्टी उन्हें यहां लाने पर मजबूर हुई है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा खरीद-फरोख्त की राजनीति को बढ़ावा दे रही है।
गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक शैलेष परमार ने दावा किया कि 40 विधायकों को बेंगलुरु भेजा गया है। कांग्रेस विधायकों के ठहरने का इंतजाम करने वाले पार्टी सांसद डीके सुरेश ने हालांकि कहा कि विधायक 'सैर-सपाटे' के इरादे से शहर में हैं। उन्होंने दावा किया कि विधायक पर्यटन स्थलों का भ्रमण करेंगे। वे बेंगलुरु के विभिन्न स्थानों और तिरुपति मंदिर भी जाएंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल की गुजरात से राज्यसभा चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए पार्टी अपने विधायकों के पाला बदलने से रोकने के पूरे जतन कर रही है। अब तक 7 कांग्रेसी विधायकों के पार्टी छोड़ने और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद भाजपा ने और कांग्रेस विधायकों के पार्टी से अलग होने की संभावना को देखते हुए अपना तीसरा उम्मीदवार भी खड़ा कर दिया है।