उन्होंने बताया कि जहां मवेशियों को रखा गया था, जब वहां पुलिस पहुंची तो उन पर भीड़ ने पत्थर फेंके। भीड़ को अलग-थलग करने के लिए पुलिस को 18 राउंड आंसूगैस के गोले दागने पड़े। सुरक्षा बलों को जब वध के लिए लाए गए मवेशियों के बारे में सूचना मिली थी जिसके बाद उन्होंने घेराबंदी तेज कर दी थी।