शाम्भवी आश्रम हरिद्वार में धर्म संसद की कोर कमेटी के 21 सदस्यों की एक आवश्यक बैठक भी मंगलवार को हुई। इसमें वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र त्यागी ने बैठक में यह प्रस्ताव रखा कि जिहादियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए। यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से बैठक ने पारित कर दिया। प्रस्ताव में मौलवियों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराने की बात कही गई।
धर्म संसद के बाद हरिद्वार में वसीम रिजवी और दो संतों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसी के चलते आज इन कथित साधु-संतों ने क्रॉस FIR दर्ज कराने का फैसला लिया है। बैठक में धर्म संसद के मुद्दे पर सभी ने एक स्वर में कहा कि आत्मरक्षा, धर्म रक्षा के लिए ऐसे ही कड़े शब्दों का प्रयोग किया जाता रहेगा। आगामी 22 व 23 जनवरी को अलीगढ़ में अगली धर्म संसद आयोजित होगी।
इसके बाद 12 फरवरी को कुरुक्षेत्र में धर्म संसद होगी। हिमाचल प्रदेश में भी धर्म संसद करने का अधिकार 21 सदस्य कोर कमेटी को होगा। 17 से 19 दिसंबर तक तीन दिवसीय धर्म संसद के विवादों में आने को ये कथित संत अपनी सफलता मान रहे हैं। धर्म संसद में वक्ताओं ने कथित तौर पर एक विशेष समुदाय के खिलाफ हिंसा की पैरवी की और 'हिन्दू राष्ट्र' के लिए संघर्ष का आह्वान किया था।