Weather Update : राजस्थान में गर्मी का कहर, हीट स्ट्रोक से 5 की मौत, बाड़मेर में पारा 48 के पार, IMD ने जारी किया रेड अलर्ट
Rajasthan News : राजस्थान में भीषण गर्मी ने सामान्य जनजीवन पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है और कथित तौर पर लू लगने (हीट स्ट्रोक) से 5 लोगों की मौत की सूचना है। मौसम विभाग के अनुसार बाड़मेर में गुरुवार को अधिकतम तापमान 48.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया जो इस गर्मी के मौसम में सबसे अधिक है। अधिकारियों ने बताया कि खैरथल जिले में 5 मोर मृत मिले हैं। मौसम विभाग ने अनेक जिलों में भीषण गर्मी की चेतावनी यानी रेड अलर्ट जारी किया हुआ है। अगले 5 दिन राज्य के अनेक स्थानों पर तीव्र लू चलने और कहीं-कहीं उष्ण रात्रि का दौर जारी रहेगा। विभाग ने इसके लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
बाड़मेर में आसमान से आग : मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को बाड़मेर सबसे अधिक गर्म रहा जहां अधिकतम तापमान 48.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। फलौदी में अधिकतम तापमान 48.6 डिग्री, फतेहपुर में 47.6 डिग्री, जैसलमेर में 47.5 डिग्री, जोधपुर में 47.4 डिग्री, जालौर में 47.3 डिग्री, कोटा में 47.2 डिग्री, चूरू में 47 डिग्री, डूंगरपुर में 46.8 डिग्री, बीकानेर में 46.5 डिग्री, श्रीगंगानगर में 46.1 डिग्री, भीलवाड़ा में 46 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में 45.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
5 लोगों की मौत : राज्य में कथित तौर पर लू लगने के कारण पांच लोगों की मौत हो गई। जालोर जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रमा शंकर भारती ने बताया कि आज अलग-अलग स्थानों से एक महिला सहित चार लोगों को जालोर जिला अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने बताया कि उनकी मौत पहले ही हो चुकी थी। उन्होंने कहा, संभवत: लू लगने के कारण मौत हुई होगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में वास्तविक कारण का पता चल सकेगा।
उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में गुरुवार को एक महिला कमला देवी (40), दो अन्य चूना राम (60), पोपट राम (30) और एक अज्ञात व्यक्ति को लाया गया जिनकी मौत पहले ही हो चुकी थी। बालोतरा जिले के पचपदरा थाना क्षेत्र में बुधवार को बाड़मेर रिफाइनरी में काम करने वाले दो युवक सहिंदर सिंह (41) और सुरेश यादव बेहोश हो गये जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने बताया कि सहिंदर सिंह की उपचार के दौरान मौत हो गई, वहीं सुरेश यादव का उपचार जारी है। खैरथल जिले के इस्माइलपुर गांव में पांच मोर मृत पाए गए और इसका कारण अत्यधिक गर्मी बताया जा रहा है।