मौसम विभाग के अनुसार कोलकाता में सुबह 8.30 बजे तक 24 घंटे में 144 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। महानगर के दक्षिणी हिस्सों में उत्तरी हिस्से की तुलना में अधिक वर्षा हुई जिससे बालीगंज, सर्कुलर रोड, लाउडन स्ट्रीट, सदर्न एवेन्यू की सड़कों और गलियों तथा कस्बा, बेहाला और टॉलीगंज के कई स्थानों पर जलभराव हो गया। राज्य सरकार ने महानगर और अन्य जगहों में कोविड-19 प्रतिबंधों में आंशिक रूप से ढील दी है, ऐसे में लोगों को अपने काम पर जाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। लोगों को घुटने भर गहरे पानी से गुजरना पड़ा। कुछ क्षेत्रों में यातायात बाधित हो गया, क्योंकि वाहन जलजमाव के चलते धीरे-धीरे चल रहे थे।
मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण 24 परगना जिले के कैनिंग में 24 घंटे की अवधि के दौरान 178.6 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक है जबकि बांकुड़ा में 133.2 मिमी बारिश हुई। उत्तर बंगाल के कुछ स्थानों पर भी मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई। दार्जिलिंग में 70 मिमी से अधिक बारिश हुई।
मौसम विज्ञानी ने बताया कि अगले 3 दिनों में बंगाल के लगभग सभी जिलों में मध्यम बारिश होने का अनुमान है, क्योंकि दक्षिण-पश्चिम मानसून पश्चिम बंगाल के गंगीय क्षेत्र में जोरदार रूप ले चुका है और इस क्षेत्र में एक चक्रवाती परिसंचरण बना है। मौसम विभाग ने शनिवार तक कोलकाता में गरज के साथ बारिश और आसमान में बादल छाए रहने का अनुमान जताया है। (भाषा)(फ़ाइल चित्र)