देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अनुसार चार धाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की भारी आमद के कारण सरकार ने चार धामों में तीर्थयात्रियों के पंजीकरण में 1,000 यात्रियों की वृद्धि कर दी गई है। पंजीकरण अनिवार्य है। सत्यापन के लिए सभी पुलिस चौकियों पर कड़ाई एवं नियमित रूप से जांच की जाएगी। 3 से 4 यात्रा शुरू हुई थी। गंगोत्री, यमुनोत्री सहित अब केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट भी खुल गए हैं जिससे यात्रा का पूरी तरह से आगाज हो चुका है।
यात्री पहले धाम यमुनोत्री से अपनी यात्रा शुरू कर रहे हैं जिसके बाद गंगोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ के दर्शन कर अपनी यात्रा पूरी कर रहे हैं। सीमांत जनपद उत्तरकाशी में स्थित यमुनोत्री और गंगोत्री की तो दोनों धामों में बीते 1 सप्ताह से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच चुके हैं।
चारधाम यात्रा के लिए जो दिशानिर्देश जारी किए गए हैं, उनमें 1. यात्री स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत ही यात्रा के लिए प्रस्थान करें। 2. पूर्व से बीमार व्यक्ति अपने चिकित्सक का परामर्श पर्चा एवं चिकित्सक का संपर्क नंबर अवश्य साथ रखें। 3. अतिवृद्ध एवं बीमार व्यक्तियों और पूर्व में कोविड से ग्रसित व्यक्तियों के लिए यात्रा पर नहीं जाना या कुछ समय के लिए स्थगित करना उचित होगा। 4. हृदयरोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप से ग्रस्त रोगी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाते समय विशेष सावधानी बरतें। उपरोक्त बीमारियों से ग्रस्त व्यक्ति पर्याप्त मात्रा में दवाइयां साथ रखें। चिकित्सक द्वारा लिखी गई दवाइयों और परामर्श पर्ची यात्रा के दौरान अपने साथ रखें।
चारधाम के कपाट खुलने के बाद से अब तक यात्रा के लिए 9.30 लाख से अधिक यात्री पंजीकरण करा चुके हैं। इसमें केदारनाथ धाम के लिए पंजीकरण का आंकड़ा 3.35 लाख से अधिक पहुंच गया है। इस बार चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है। केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के लिए अब तक 9.30 लाख से अधिक तीर्थयात्री पंजीकरण कर चुके हैं। धामों में भक्तों की दोगुनी भीड़ उमड़ रही है।
चारधामों में निर्धारित क्षमता से 2 से 3 गुना अधिक यात्री दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं जिससे उनके ठहरने के इंतजाम भी कम पड़ रहे हैं। कई यात्री बिना पंजीकरण और ठहरने की व्यवस्था किए ही धामों में जा रहे हैं। 9 मई तक केदारनाथ धाम के लिए सबसे ज्यादा 3,35,886 यात्रियों ने पंजीकरण कराया है और 31 मई तक चारधाम में पंजीकरण की संख्या केदारनाथ के लिए 3,35,886 हैं।