रविवार की बारिश में राजबाड़ा की बाहरी दीवार के अंदर की तरफ के एक हिस्से का छज्जा गिर गया और नीचे बने कमरे भी गिरने की स्थिति में आ चुके हैं। गौरतलब है कि बारिश बहुत ज्यादा नहीं थी, इसके बावजूद राजबाड़े का यह हिस्सा धराशायी हो गया। यदि पिछले साल जैसी एक साथ चार-पांच इंच बारिश हो गई तो स्थिति और ज्यादा खराब हो सकती थी।
राजबाड़ा को राज्य शासन ने संरक्षित स्मारक घोषित कर रखा है। यह ए कैटेगरी में आता है। इसके 200 मीटर के दायरे में किसी तरह की तोडफ़ोड़ या निर्माण कार्य पर प्रतिबंध है। इसके बावजूद राजबाड़े की दीवार से सटकर ही गुमटियां लगी हैं। एक तरफ की गुमटियां हटाई गईं, मगर दूसरी तरफ अब भी जमी हैं। आसपास निर्माण भी धड़ल्ले से हो रहा है।