वह आम पेशी के तहत दिन में अदालत के समक्ष उपस्थित हुईं। यह उनके उपवास का 15 वां साल है। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई की तारीख 23 नवंबर को निर्धारित की। गृह मंत्रालय ने वृत्तचित्र बनाने के लिए जेलों में एनजीओ और फिल्मकारों के प्रगु वेश का नियमन करने के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किया था। (भाषा)