उन्होंने कहा, हालांकि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए घाटी के अन्य हिस्सों में चार या उससे अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध जारी रहेगा। वानी के मारे जाने के एक दिन बाद एहतियातन नौ जुलाई को समूचे कश्मीर में कर्फ्यू लगा दिया गया था।
प्रदर्शनकारियों एवं सुरक्षाबलों के बीच हुए हिंसक संघर्षों में दो पुलिसकर्मियों सहित 47 लोगों की मौत हो गई और 5500 लोग घायल हुए। मोबाइल टेलीफोन, मोबाइल इंटरनेट सेवा और ट्रेन सेवाएं 18वें दिन भी ठप रहीं, जबकि अलगाववादी समूहों द्वारा आहूत हड़ताल के कारण स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक प्रतिष्ठान भी बंद रहे।
विरोध प्रदर्शनों की अगुवाई कर रहा अलगाववादी खेमा पहले ही अपराह्न दो बजे के बाद से हड़ताल में ढील की घोषणा कर चुका है। बहरहाल, उन्होंने कल से 29 जुलाई तक तीन दिवसीय बंद का आह्वान किया है। अलगाववादी समूहों ने कल कुलगाम तक मार्च निकालने का भी आह्वान किया है। (भाषा)