अधिकारियों ने बताया कि भद्रवाह घाटी के आसपास कैलाश पर्वत रेंज, पडरी गली, भाल पडरी, स्योज, शंख पाडर, ऋषि डल, गौ पीड़ा, गन थक, खन्नी टॉप, गुलडंडा, चत्तर गल्ला और आशा पति ग्लेशियर में ताजा हिमपात की खबर है।
उन्होंने कहा कि ब्रेड बाल, नेहयेद चिली, शारोंथ धर, काटरधर, कैंथी, लालू पानी, कालजुगासर, दुग्गन टॉप, गोहा और सिंथान टॉप पर भी ताजा बर्फबारी हुई है। इन ऊपरी इलाकों और घास के मैदानों में गुज्जर और बक्करवाल समुदाय के लोग गर्मियों में रहते हैं। खराब मौसम के कारण सैकड़ों खानाबदोश परिवार खासकर गुज्जर और बक्करवाल समुदाय के लोग विभिन्न स्थानों पर अपने पशुओं के साथ फंस गए हैं।
कठुआ के राजबाग गांव के बक्करवाल समुदाय की मारिया बी (69) ने बताया कि खराब मौसम और ऊपरी स्थानों पर बार-बार हो रहे हिमपात के कारण हम यहां अपनी भेड़-बकरियों के साथ फंस गए हैं और हमारे पास भोजन भी नहीं है। मारिया और उसका परिवार डोडा-किश्तवाड़ राजमार्ग पर सुइगवारी में सड़क किनारे रह रहा है। उन्होंने दावा किया कि खराब मौसम के कारण पिछले हफ्ते उन्होंने करीब एक दर्जन भेड़-बकरियां खो दीं।
धदकई गांव के जाकिर हुसैन ने कहा कि हम कटरधार घास मैदान की तरफ अपने पशुओं के साथ जा रहे थे लेकिन ताजा बर्फबारी के कारण हम कोटा टॉप पर रहने के लिए बाध्य हैं, जहां हमारी भैंसों के लिए चारा मिलना बहुत मुश्किल हो रहा है। अगर मौसम नहीं सुधरता है तो हमें काफी नुकसान उठाना पड़ेगा। (भाषा)