छिंदवाड़ा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ शुक्रवार को उस वक्त बाल-बाल बच गए, जब उन पर राइफल तानने वाले पुलिसकर्मी को उसी के साथियों ने धक्का देकर गिरा दिया। यह घटना कमलनाथ के गृहनगर में घटी।
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने बताया कि कमलनाथ छिंदवाड़ा से विशेष विमान में बैठने के लिए जैसे ही आगे बढ़े, वैसे ही पुलिस का एक सिपाही गलत इरादे से उनकी ओर आगे बढ़ा और उसने राइफल तान दी। वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी और अन्य कांग्रेसी नेता कुछ समझ पाते इससे पहले ही पुलिस के अन्य जवानों ने राइफल तानने वाले पुलिसकर्मी को धक्का देकर गिरा दिया और कमलनाथ को अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया।
यह घटना तब हुई, जब कमलनाथ जब हवाई पट्टी पहुंचे। आरक्षक रत्नेश पंवार अचानक उन पर बंदूक तान दी साथी पुलिकर्मियों ने तुरंत रत्नेश को पकड़ लिया और उसे एक तरफ कर दिया लेकिन थोड़ी ही देर में रत्नेश ने फिर कमलनाथ पर बंदूक तानी तो टीआई सहित अन्य पुलिसकर्मियों और लोगों ने उसे पकड़कर उससे बंदूक छीन ली।
यदि उस पुलिसकर्मी को धक्का देकर न गिराया जाता तो हो सकता है कि कोई बड़ी घटना घट सकती थी। सलूजा के अनुसार, जब यह अप्रत्याशित घटना हुई, तब वहां सैकड़ों लोग मौजूद थे। सलूजा ने कहा कि हमें तो इसके पीछे कोई बड़ी साजिश का अंदेशा नजर आ रहा है। इस घटना की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।
बंदूक तानने वाला आरक्षक निलंबित : देर रात छिंदवाड़ा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज सोनी ने बताया कि यह घटना यहां इमलीखेड़ा हवाई पट्टी पर तब हुई जब कमलनाथ हवाई जहाज से नई दिल्ली के लिए रवाना होने वाले थे। उन्होंने बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने आरक्षक रत्नेश पंवार को तुरंत निलंबित कर दिया है और नगर पुलिस अधीक्षक को इस मामले में जांच का जिम्मेदारी सौंपी है।