शर्मा ने कहा कि उस समय आप के प्रति जनसमर्थन बहुत अधिक था और मैंने इस उम्मीद के साथ चंदा दिया था कि पार्टी दिल्ली और राष्ट्र के लिए अच्छा करेगी। मिश्रा ने आप को मिले चंदे में ‘भारी अनियमितता’ का आरोप लगाते हुए 2 करोड़ रुपए चंदे पर सवाल खड़े किए थे। (भाषा)