श्रीनगर। कश्मीर घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवा को बंद किए जाने के बाद सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी की वारदातों में आश्चर्यजनक रूप से कमी आई है। दरअसल, घाटी में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में बाधा डालने और सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी के लिए युवाओं को वॉट्सएप ग्रुप के जरिए उकसाया जाता था।
शनिवार को बड़गाम में मुठभेड़ के दौरान 2 आतंकी ढेर कर दिए गए लेकिन वहां सिर्फ कुछ युवक ही इकट्ठे हुए जिन्होंने सुरक्षाबलों पर पथराव किया। यह उसी इलाके में 28 मार्च को हुए एनकाउंटर के उलट है, जहां बड़ी तादाद में पत्थरबाज इकट्ठे हुए थे और उनमें से 3 की सुरक्षाबलों की फायरिंग में मौत हुई थी।