विभिन्न स्कूल से आए छात्रों को संबोधित करते हुए सत्यार्थी ने कहा कि मैं श्रीनगर और दिल्ली में सरकारों के दरवाजे खटखटाऊंगा। उनसे कहूंगा कि वे बच्चों को पढ़ने दें और उनको जितना ऊंचा हो सके, उड़ान भरने दें। उन्होंने कहा कि मैं आपके लिए अपील करूंगा, प्रार्थना करूंगा और जरूरत पड़ी तो आपके लिए संघर्ष भी करूंगा। (भाषा)