Rajasthan News: जयपुर। राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ (Rajendra Rathore) ने मंगलवार को कांग्रेस के असंतुष्ट नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) की राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के पुनर्गठन और परीक्षा रद्द होने पर अभ्यर्थियों को मुआवजा देने की मांग का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि पेपर लीक की घटनाओं के कारण पेपर रद्द होने पर उम्मीदवारों को मुआवजा भी दिया जाना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी के नेता राठौड़ ने अशोक गहलोत नीत सरकार में सचिन पायलट के उपमुख्यमंत्री रहने के दौरान पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे नीत सरकार को लेकर आरोपों के संबंध में पायलट की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि आरपीएससी को न केवल भंग कर दिया जाना चाहिए बल्कि पेपर लीक और भ्रष्टाचार के पूरे मामले की न्यायिक आयोग से जांच होनी चाहिए। पेपर लीक की घटनाओं के कारण पेपर रद्द होने पर उम्मीदवारों को मुआवजा भी दिया जाना चाहिए।
पायलट द्वारा पूर्ववर्ती भाजपा सरकार को लेकर आरोप के संबंध में राठौड़ ने पायलट पर पलटवार करते हुए सवाल किया कि पायलट चुप क्यों थे और 19 महीने तक उपमुख्यमंत्री रहने के दौरान इस मुद्दे को क्यों नहीं उठाया? राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस अलग-अलग नेताओं के नेतृत्व में 2 गुटों में बंटी हुई है और सरकार के मंत्रियों ने सोमवार को जयपुर में पायलट की रैली के दौरान अपनी ही सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
उन्होंने प्रदेश में आयोजित हो रहे महंगाई राहत शिविर के लिए गहलोत नीत सरकार पर भी हमला बोला। राठौड़ ने कहा कि जनता के पैसे से विज्ञापनों में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की फोटो छापी जा रही है, जो जनता के पैसे का दुरुपयोग है। राठौड़ ने कहा कि दौसा में ऐसे ही एक शिविर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की गई थी।(भाषा)