एलओसी पर पाक गोलाबारी में 3 बच्चों की मौत, 8 जख्मी

Webdunia
सोमवार, 2 अक्टूबर 2017 (20:54 IST)
जम्मू। पुंछ सेक्टर में एलओसी पर आज तड़के पाक सेना की ओर से की गई भीषण गोलाबारी में 3 बच्चों मौत हो गई है। मृतकों में दो नाबालिग युवतियां भी शामिल हैं जबकि आठ अन्य लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। तीन घायलों की दशा नाजुक बनी हुई है। 
 
पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी के कारण दर्जनों जानवरों की मौत हो गई और कई मकान भी ढह गए। कुछ सैनिक वाहनों के क्षतिग्रस्त होने की पुष्टि हुई है। भारत की तरफ से भी पाक गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया गया। इस बीच भारतीय सेना ने केरन सेक्टर में घुसपैठ का प्रयास करने वाले एक आतंकी को मार गिराया है जबकि पांच अन्य के साथ अभी मुठभेड़ चल रही है।
 
पाक सेना ने सोमवार सुबह से ही पुंछ जिले के शाहपुर व केरनी सेक्टर की सैन्य चौकियों को निशाना बनाने के साथ ही रिहायशी क्षेत्रों को निशाना बनाकर गोलाबारी की। इस गोलाबारी में अभी तक 3 स्थानीय लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 8 गंभीर रूप से घायल हो गए है। 
इसके साथ-साथ कई मकान भी क्षतिग्रस्त हो चुके है। मृतकों की पहचान 15 साल की यासमीन अख्त, 17 साल की तजीम अख्तर और 6 साल के अशफाक अहमद के रूप में की गई है।
 
इस बीच जम्मू कश्मीर के केरन सेक्टर में सुरक्षाबलों ने आतंकी घुसपैठ की कोशिश नाकाम करते हुए एक आतंकी को मार गिराया है। वहीं आतंकी से पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारुद बरामद हुआ है। 
 
सैन्य सूत्रों के अनुसार आज सुबह एलओसी पार से कुछ हरकत दिखी, जिसके बाद सेना ने सर्च अभियान शुरु किया तो पता चला कि कुछ आतंकी एलओसी पार से घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं, जिसके बाद सेना ने आतंकियों पर हमला बोल दिया। इस कार्रवाई में एक आतंकी मारा गया। समाचार लिखे जाने तक बचे हुए आतंकियों साथ सेना की मुठभेड़ जारी थी।
 
पुंछ में एलओसी पार हुए गोलाबारी का भारतीय सेना द्वारा भी पाक सेना को मुंह तोड़ जवाब दिया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी पाक सेना लगातार भारतीय क्षेत्र को निशाना बनाकर गोलाबारी कर रही है। पाक सेना द्वारा लगातार की जा रही गोलाबारी से सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में काफी डर बना हुआ है।
 
भारतीय सेना ने पाकिस्तान की गोलीबारी का मुहतोड़ जवाब दिया। जानकारी के मुताबिक अभी भी एलओसी पर पाकिस्तान और भारत के बीच गोलाबारी चल रही है। पाकिस्तान ने आज दर्जनों गांवों पर गोले दागे। जिन सेक्टरों में गोलाबारी की गई है उसमें शाहपुर, किरनी और क़स्बा शामिल है।
 
इससे पहले नौशहरा सेक्टर में भी पाक सेना द्वारा रिहायशी क्षेत्रों को निशाना बनाकर गोलाबारी की गई नौशहरा के 26 सीमांत गांवों के चार हजार के करीब लोग अपना घर बार छोड़कर राहत शिविरों में पिछले तीन माह से रह रहे है। 
 
अब पाक सेना ने पुंछ जिले के रिहायशी क्षेत्रों को निशाना बनाकर गोलाबारी करनी शुरू कर दी है ताकि यह लोग भी गोलाबारी के डर से बेघर हो जाए।
 
इससे पहले 1 अक्टूबर को बीएसएफ ने 14 फुट की एक सुरंग का पर्दाफाश किया था। ये सुरंग भारत-पाक इंटरनेशनल बॉर्डर पर पाकिस्तान की तरफ से खोदी जा रही थी। इसके साथ ही बीएसएफ ने अर्निया सेक्टर में युद्ध की तैयारी के अनुरूप एक भंडार का पता लगाया। 
 
सीमा पर जब से तारबंदी हुई है, घुसपैठ के लिए पाकिस्तानी आतंकियों की दाल गल नहीं रही। आतंकियों ने इसकी काट निकालने के लिए जमीन के अंदर से बॉर्डर पार करने की साजिश रची। पाकिस्तानी रेंजर्स की मदद से आतंकी उस इलाके में सुरंग खोद रहे थे, जिसे नो मैंस लैंड कहा जाता है।
 
इससे पहले 16 सितंबर को जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के मच्छेल इलाके में सेना ने आतंकी घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया था। पाकिस्तान की ओर से भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश करते दो आतंकियों को सेना ने मार गिराया था। 
 
15 सितंबर को पाकिस्तान की ओर से फायरिंग में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया, वहीं एक जवान घायल हो गया था। बीती रात जम्मू के साम्बा सेक्टर के अरनिया में पाकिस्तान ने युद्ध विराम का उल्लघंन किया था। 
 
पाकिस्तान ने दो दिनों के अंदर दूसरी बार सीजफायर का उल्लंघन किया है। वहीं, बीएसएफ के जवान पाकिस्तानी रेंजर्स को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। इस साल सीजफायर उल्लंघन, आतंकी हमले में अब तक 48 जवान शहीद हो चुके हैं।
 
गुरुवार को भी पाकिस्तानी रेंजर्स ने कश्मीर के अखूनर और पुंछ सेक्टर में एलओसी पर सीजफायर का उल्लंघन किया था। सीमा पार से की गई इस गोलाबारी में बीएसएफ के दो जवान समेत पांच लोग घायल हो गए थे। भारतीय सेना ने भी पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया। इस जवाबी कार्रवाई में दो पाकिस्तानी रेंजर्स ढेर हो गए।
 
पाकिस्तान की ओर से पिछले साल के मुकाबले इस साल ज्यादा सीजफायर का उल्लंघन किया है। पाकिस्तान की ओर से एक अगस्त तक सीजफायर के 286 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि साल 2016 में 228 बार युद्धविराम तोड़ा गया था।
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