शिकायतकर्ता तिवारी का कहना है कि उन्होंने अपने पिता शिव कैलाश तिवारी को गर्दन के निचले हिस्से में तकलीफ होने पर मड़ियांव स्थित विद्या हॉस्पिटल में डॉक्टर के.के गुप्ता को दिखाया था और उन्होंने उनके पिता की रीढ़ में परेशानी होने की बात कहते हुए गर्दन के नीचे के हिस्से में छोटा सा ऑपरेशन करने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन छह मई 2018 को हुआ था। उसके बाद से उनके पिता कभी बिस्तर से नहीं उठ सके।
तिवारी का आरोप है कि इस बारे में जब उन्होंने डॉक्टर गुप्ता से शिकायत की, तो उन्होंने बात करना बंद कर दिया। बाद में जब उन्होंने अपने पिता को दूसरे अस्पताल में दिखाया तो वहां बताया गया कि उनके पिता का अत्यधिक ब्लड शुगर रहते गलत ऑपरेशन किया गया है और अब उन्हें नहीं बचाया जा सकता। आखिरकार 15 मार्च 2019 को उनके पिता की मौत हो गई।