स्थानीय कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम में आयोजित उक्त समारोह में डॉ. भार्गव ने कहा कि कक्षा 12वीं में जिनके प्राप्तांक कम आए हैं, ऐसे छात्र-छात्राओं के सामने अपने कॅरियर को चुनने की बड़ी चुनौती होती है लेकिन जुनून, जज्बा एवं हौंसला होने से प्राप्तांक आपके कॅरियर का निर्धारण करने में बाधा नहीं बनेंगे। आपका आत्मविश्वास ही कॅरियर का निर्धारण करेगा। प्राप्तांक आपके कॅरियर का सही मूल्यांकन नहीं है।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि आज पर्यटन के मानचित्र में हमारी अनोखी उपस्थिति दर्ज हो गई है। प्रकृति ने हमारे देश को कई अद्भुत विविधताएं दी हैं। दुनिया के किसी भी देश में ऐसी विविधताएं नहीं हैं, इसलिए हमारे देश-प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। आवश्यकता है उन्हें प्रचार-प्रसारित करने की। हमारे देश के संग्रहालय आय के बड़े साधन हैं। चिकित्सा पर्यटन, आयुर्वेद, पंचकर्म, क्षार विधि हमारे देश में मौजूद है।
उन्होंने कहा कि यदि आप सब कॅरियर को इस दिशा में बनाने की कोशिश करते हैं तो सबसे पहले जिज्ञासा का होना जरूरी है। अपनी जिज्ञासा को बढ़ाएं। आत्मविश्वास से मजबूती मिलेगी। यह जिंदगी चुनौतियों से भरी और संग्राम की तरह है। कठिनाइयों से जूझकर ही सफलता मिल सकती है। अपने आप पर विश्वास रखकर अपने आत्मबल को बढ़ाएं तो कामयाबी जरूर मिलेगी।
कार्यक्रम में प्राचार्य फूड क्रॉफ्ट इंस्टीट्यूट रीवा मुंडे बी. सुंदर राव ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया। जिला शिक्षा अधिकारी रामनरेश पटेल ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। अंत में जिला प्रबंधक ई-गवर्नेंस सोसाइटी आशीष दुबे ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन सहायक संचालक पिछड़ावर्ग सीएल सोनी ने किया।