एक रिपोर्ट के मुताबिक मैसूर के सत्र न्यायालय में एमएल रघुनाथ एक रोचक तलाक के मामले को याद करते हुए बताया कि जब वे बल्लारी में जिला न्यायाधीश थे, तब उनके पास एक अजीबोगरीब मामला आया था। एक शख्स को उसकी पत्नी के सिर्फ मैगी बनाने से परेशानी थी और उसकी पत्नी को मैगी के अलावा कुछ भी नहीं बनाना आता है।
पति ने सेशन के जज को बताया कि पत्नी ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर तीनों टाइम ही केवल मैगी बनाती थी। इस आधार पर पति ने पत्नी से तलाक ले लिया। न्यायाधीश ने कहा कि किसी भी जोड़े को अपनी शादी को कम से कम 1 साल तो देना ही चाहिए। लेकिन पिछले कुछ सालों में तलाक के मामलों में काफी इजाफा हुआ है।