बनर्जी ने आंदोलनकारी डॉक्टरों के सामूहिक इस्तीफे के संबंध में पूछे जाने पर कहा कि व्यक्तिगत इस्तीफा अलग है जबकि सामूहिक इस्तीफे का कानून में कोई कीमत नहीं है। यह पूछे जाने पर कि क्या वे एनआरएस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल जाएंगी? तो उन्होंने कहा कि मुझे कब वहां जाना है? यह मीडिया नहीं तय करेगी। यह मेरा विशेषाधिकार है।
इससे पहले बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार हड़ताली चिकित्सकों पर एस्मा नहीं लगाएगी और उनकी अधिकतम मांगें मान ली गई हैं इसलिए उन्हें काम पर लौट आना चाहिए। मैं राज्य में हड़ताली चिकित्सकों पर एस्मा नहीं लगाना चाहती हूं और जूनियर डॉक्टरों से काम पर लौटने का आग्रह है, क्योंकि उनकी अधिकतर मांगें मान ली गई हैं।
उन्होंने चिकित्सकों से काम पर लौटने की अपील करते हुए कहा कि डॉक्टरों पर हमला दुर्भाग्यपूर्ण है और राज्य सरकार सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। निजी अस्पताल में जो जूनियर डॉक्टर भर्ती हैं, उनके उपचार पर आने वाला सारा खर्च राज्य सरकार ने उठाने का निर्णय लिया है। (वार्ता)