तलवंडी साबो के थाना प्रभारी जगदीश कुमार ने कहा, उस पर एनडीपीएस कानून के तहत कई मामले चल रहे थे और वह तीन-चार दिन पहले ही जेल से बाहर आया था। टीवी चैनलों ने कुमार के धुंधले वीडियो दिखाए जिनमें वह खून से लथपथ जमीन पर पड़ा था। उसे बचाने के लिए कोई आगे आता नहीं दिखाई दिया।
विनोद को उसे तलवंडी साबो के सिविल अस्पताल ले जाया गया। वहां से उसे फरीदकोट के अस्पताल रैफर कर दिया गया, जहां कुछ घंटे बाद उसने दम तोड़ दिया। कुछ ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने पुलिस को बताया था कि विनोद गांव के युवाओं को नशीले पदार्थ उपलब्ध कराता है, लेकिन पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया। इस बात को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी थी।
विनोद के परिवार ने आरोप लगाया है कि गांव के एक अन्य युवक ने उस समय उसका अपहरण कर लिया था, जब वह अपना स्कूटर चोरी होने की शिकायत दर्ज कराने जा रहा था। इस दौरान कई लोगों ने उस पर हमला बोल दिया। उन्होंने विनोद के नशीले पदार्थों के कारोबार में शामिल रहने के आरोपों से इनकार किया है। (भाषा)