खबरों के मुताबिक, खुले में नमाज पढ़ने पर तनाव के मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि कानून व्यवस्था लागू कराना हमारा काम है। देखा जा रहा है कि खुले में नमाज ज्यादा पढ़े जा रहे हैं, जबकि यह ईदगाह या मस्जिद में पढ़ी जानी चाहिए।