दरअसल, मराठा संगठन अपने समुदाय के लिए नौकरी और शिक्षा में आरक्षण की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं और पिछले दो हफ्तों में युवकों की आत्महत्या के कम से कम छह मामले सामने आ चुके हैं। इंदैत ने कथित सुसाइड नोट में नौकरी नहीं मिलने की बात कही है। (भाषा)