अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के जवाहर लाल नेहरू सभागार में अंगदान करने वाले लोगों की याद में अंग पुन:स्थापना बैकिंग संस्था (ओरबो) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में मैरीकॉम ने लता मंगेशकर का गाना ‘अजीब दास्तां है ये, कहां शुरू कहां खत्म’ गाया।
दरअसल, यह कार्यक्रम अंगदान करने वाले लोगों की स्मृति में आयोजित किया गया था और उनके परिजनों को इस नेक काम के लिए स्मृति चिह्न दिया गया था। अपनों की मौत को एक बार फिर याद करके परिजन और अन्य लोग तो गमगीन थे ही इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं कल्याण मंत्री हर्षवर्धन, खेल मंत्री किरन रिजिजु, गायक मोहित चौहान और मैरीकॉम भी भावुक हो गईं।
इस अवसर पर देश की सबसे सफल महिला मुक्केबाज़ ने कहा कि मैंने बहुत मेहनत करके खेल की दुनिया में ऊचाइयों को छुआ है। यहां आकर मुझे ऐसी स्ट्रांग फीलिंग हो रहा है कि मैं भी अंगदान करूं ताकि मरने के बाद भी मुझे याद किया जाये। मैं किसी-न किसी शख्स के शरीर का अंग बन कर जीवित रहूं। यह घोषणा करते समय उनकी आंखे भर आई और गला रौंध गया।