मायावती ने यहां जारी एक बयान में कहा कि भाजपा सरकार के गुड गवर्नेंस (सुशासन) में इंसानी जान की कोई कीमत नहीं रह गई है। लेकिन जिस प्रकार भारी भ्रष्टाचार के कारण गायों को भूख-प्यास के कारण तड़प-तड़पकर मरने को छोड़ दिया जा रहा है, संघ और अन्य लोग सरकार से उसका हिसाब क्यों नहीं मांग रहे? उन्होंने कहा कि पहले राजस्थान में और अब दूसरे भाजपा शासित राज्य छत्तीसगढ़ से सरकारी मदद वाली गौशालाओं में गायों की मौत की खबर आई है।
बसपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि संघ और भाजपा के अतिचारी लोग गोहत्या के नाम पर खासकर दलितों तथा मुस्लिम समाज के लोगों पर सरकार के संरक्षण में जुल्म-ज्यादती, क्रूरता, मारपीट तथा उनकी हत्या तक करने को धर्म की सेवा समझते हैं, वहीं भाजपा शासित राज्यों में गौमाताओं पर हो रही क्रूरता पर सरकारों से जवाब क्यों नहीं मांग रहे हैं?