दोनों उपचुनावों में बसपा ने सपा उम्मीदवारों को समर्थन दिया था। सपा नेता उदयवीर सिंह का कहना है कि कार्यकर्ता चाहते हैं कि यह समझौता कम से कम 2019 के लोकसभा चुनाव तक चले, 2022 में भी गठबंधन हो ताकि दोनों दल मिलकर भारतीय जनता पार्टी को पराजित कर सकें। (वार्ता)