उन्होंने कहा कि सहारनपुर के शब्बीरपुर में हुई हिंसा के मामले में अभी हाल में रिहा हुआ व्यक्ति (चन्द्रशेखर उर्फ रावण) उनके साथ बुआ का नाता जोड़ रहा है। दरअसल, उनका कभी भी ऐसे लोगों के साथ कोई सम्मानजनक रिश्ता नहीं कायम हो सकता। अगर ऐसे लोग वाकई दलितों के हितैषी होते, तो अपना संगठन बनाने की बजाय बसपा से जुड़ते।