स्थानीय लोगों का आरोप है कि कॉम्पलेक्स गिराने से पहले कैंट बोर्ड ने लोगों को कोई जानकारी नहीं दी थी। जिससे सुबह-सुबह अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के चलते सोए लोग इमारत के मलबे में दब गए। इतना ही नहीं मलबा ढहाने के बाद प्रशासनिक अधिकारी मलबे में दबे लोगों की मदद के बजाए वहां से चले गए। एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है।