पालघर के रेजीडेंट डिप्टी कलेक्टर सुभाष भागड़े ने कहा कि एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना (आईटीडीपी) के दहानू परियोजना के तहत विभिन्न आश्रम विद्यालयों के 50 से अधिक छात्रों ने जी मिचलाने, उल्टी और चक्कर आने की शिकायत की जिसके बाद उन्हें जिले के विभिन्न स्वास्थ्य इकाइयों में भर्ती कराया गया।
उन्होंने कहा कि खाद्य विषाक्तता के कारण की जांच की जा रही है। अस्पताल में भर्ती छात्रों का इलाज किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि प्रभावित स्कूल जिले के दहानू, पालघर, तलासरी और वसई तालुका में स्थित हैं। एक आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार दहानू के रंकोल स्थित एक आश्रम स्कूल के छात्रों ने सोमवार रात को खाना खाने के कुछ घंटे बाद उल्टी, जी मिचलाने, पेट दर्द और बुखार की शिकायत की।
इसमें कहा गया है कि मंगलवार तड़के तीन बजे करीब 28 छात्राएं बीमार हो गईं और उन्हें एक निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां उनका इलाज किया जा रहा है। दहानू में आईटीडीपी के परियोजना अधिकारी डॉ. सत्यम गांधी ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि अस्पताल में भर्ती छात्रों में से किसी की भी हालत गंभीर नहीं है।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इन आश्रम विद्यालयों को पालघर स्थित केंद्रीय रसोई से भोजन की आपूर्ति की जाती है और घटना के बाद जांच के लिए भोजन के नमूने एकत्र किए गए हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग और अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ जिला कलेक्टर गोविंद बोडके स्थिति का जायजा लेने के लिए दहानू और तलासरी तालुका के अस्पतालों का दौरा कर रहे हैं, जहां छात्रों को भर्ती कराया गया है।(भाषा)प्रतीकात्मक चित्र)