पुलिस उपाधीक्षक (बिचोलिम) रमेश गांवकर ने कहा कि हमने विश्वजीत कृष्णराव राणे को गत शाम समन भेजा। पुलिस की एक टीम ने 2 घंटे से भी ज्यादा समय तक उनसे पूछताछ की। प्रत्यक्षदर्शी से पूछताछ के दौरान नाम सामने आने के बाद हम उनसे कुछ सवालों के जवाब चाहते थे। पुलिस उपाधीक्षक और स्थानीय पुलिस निरीक्षक दीपक पेडनेकर की टीम ने वालपय पुलिस थाने में राणे से पूछताछ की।
डीएसपी ने कहा कि पूछताछ के बाद राणे को जाने की अनुमति दे दी गई और अगर फिर पूछताछ की जरुरत पड़ी तो उन्हें दोबारा समन भेजा जा सकता है। अदरकर ने हाल ही में दावा किया था कि वह 2006 में शानू गांवकर नाम के व्यक्ति की हत्या का प्रत्यक्षदर्शी है। उसके अनुसार, राणे ने अपने भाई पृथ्वीराज की हत्या का बदला देने के लिए गांवकर की हत्या की थी।