जानकी ने कहा कि मैं कुछ वर्ष पहले यह कहकर अपने पति से अलग हुई थी कि मैं उनके गलत कामों में उनका साथ नहीं दे सकती। अब मैं विचार कर रही हूं कि तलाक का मुकदमा दायर करूं, ताकि मैं अपने नए जीवन की शुरुआत कर सकूं। उन्होंने कहा कि मैं सीए बनना चाहती हूं। मैं नहीं चाहती कि मेरे भावी जीवन में मेरा नाम नारायण साईं या उनके परिवार से किसी भी तरह जोड़ा जाए।
जानकी ने हालांकि बताया कि तलाक का मुकदमा दायर करने के अंतिम निर्णय पर पहुंचने से पहले, उन्हें भरण-पोषण, घरेलू हिंसा और प्रताड़ना के उन लंबित मामलों में फैसलों का फिलहाल इंतजार है, जो उन्होंने नारायण साईं और उनके परिवार के खिलाफ स्थानीय अदालत में दायर कर रखे हैं।