दिनांक 6 मार्च 2022 को मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी, भोपाल एवं विश्व संवाद केंद्र इंदौर के तत्वावधान में महेश्वर में आयोजित 'नर्मदा साहित्य मंथन' कार्यक्रम के तृतीय एवं अंतिम दिवस अनेक राष्ट्रीय विमर्शों को साहित्यिक परिप्रेक्ष में चिंतन के रूप में संपन्न किया गया।
तृतीय सत्र में जैन, बौद्ध एवं सिख दर्शन में सनातन परंपरा पर ख्यात विदुषी सुश्री डॉ. नीरजा गुप्ता ने अनुभवों पर आधारित उद्धरणों के माध्यम से सनातन धर्म से तात्विक एकात्मकता सिद्ध की। उन्होंने कहा कि भले ही ऊपरी तौर पर यह दर्शन भिन्न दिखते हों, मगर मूल रूप से वे सनातनी परंपरा के वाहक ही हैं।
सत्र के अंत में हिंदी साहित्य अकादमी भोपाल के विकास दवे ने तीन दिवसीय कार्यक्रम का सत्व प्रस्तुत किया। उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्यक्रम का अंत नहीं, बल्कि प्रारंभ है और नर्मदा साहित्य मंथन कार्यक्रम प्रतिवर्ष नर्मदा जयंती से वसंत पंचमी के मध्य करवाने के संकल्प को दोहराया। आभार विश्व संवाद केंद्र के दिनेश गुप्ता ने प्रकट किया।