जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सिद्धू को शहरी विकास मंत्रालय से हटाकर बिजली मंत्रालय दे दिया है। उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के बाद से पंजाब के दोनों दिग्गज नेताओं के बीच जमकर टकराव जारी है। मुख्यमंत्री ने चुनाव के बाद सिद्धू को नॉन परफॉर्मर कहा था साथ ही उन्होंने कहा था कि सिद्धू की वजह से कांग्रेस पंजाब में कुछ सीटें हार गईं।
इसके साथ ही गुरुवार को मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने लोकसभा चुनाव के बाद पहली कैबिनेट बैठक बुलाई थी, लेकिन सिद्धू ने इस बैठक में जाना मुनासिब नहीं समझा। सिद्धू ने कैप्टन पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें अनुचित तरीके से पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है और उन्हें पार्टी से बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है।
सिद्धू ने कहा कि लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन के लिए सिर्फ उन्हें जिम्मेदार माना जा रहा है, जो कि गलत है। हार की जिम्मेदारी सामूहिक है। पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि वे हमेशा ही बेहतर परफॉर्मर रहे हैं।