जगदलपुर। अपनी कारगुजारियों से कई क्षेत्रों को अंधेरों में धकेलने वाले पूर्व नक्सली अब छत्तीसगढ़ के एक कॉलेज में प्रशिक्षण पाकर गांवों को रोशनी की राह पर ले जा रहे हैं। ये पूर्व नक्सली पहले बिजली के खंभे उखाड़ने से लेकर हर प्रकार की सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की कवायद में शामिल रह चुके हैं, लेकिन अब आत्मसमर्पण के बाद स्थानीय लाइवलीहुड कॉलेज में प्रशिक्षण लेकर अपनी नई जिंदगी जीने की कोशिश में हैं।
कॉलेज सूत्रों के मुताबिक इलेक्ट्रिशियन की ट्रेनिंग ले रहे छात्रों ने सौर ऊर्जा से चलने वाला एक इन्वर्टर बनाया है जिसके जरिए 2 बल्ब आसानी से जलाए जा सकते हैं। इन्वर्टर बनाने के बाद छात्रों ने गुड़ियापदर गांव को चुना, जहां अब तक बिजली नहीं पहुंची है।