बनासकांठा में नीता अंबानी ने गोद लिए चार गांव, किया यह वादा...

गुरुवार, 10 अगस्त 2017 (12:57 IST)
बनासकांठा। रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक एवं अध्यक्ष नीता अंबानी ने गुरुवार को गुजरात में बनासकांठा और पाटण जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया, साथ ही आरएफ द्वारा जिले के 4 सबसे ज्यादा प्रभावित गांवों को गोद लेने की घोषणा की। 
 
फाउंडेशन ने 4 बेहद प्रभावित गांवों को गोद लेने और उन्हें तत्काल राहत पहुंचाने के अलावा पुनर्वास हेतु आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए गुजरात सरकार से बातचीत की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसमें नए घरों, स्कूलों, स्वास्थ्य सुविधाओं, सामुदायिक भवनों एवं अन्य सामाजिक बुनियादी ढांचे का निर्माण शामिल होगा। नीता अंबानी ने कहा कि इन गांवों के पुनर्निर्माण के लिए हम 10 करोड़ रुपए खर्च करेंगे। 
 
प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित लोगों को राहत सहायता उपलब्ध कराने में रिलायंस फाउंडेशन हमेशा आगे रहा है। फिर बात चाहे 2001 में अंजार की हो या 2013 में उत्तराखंड या 2014 में कश्मीर में आई बाढ़ या 2015 में चेन्नई की बाढ़ या 2015 में नेपाल में आया भूकंप या फिर मौजूदा वर्ष में बनासकांठा की बात हो, नीता अंबानी ने हमेशा आरएफ द्वारा चलाए जा रहे राहत कार्यों का व्यक्तिगत तौर पर नेतृत्व किया है। 
 
इस जलप्रलय में अपना घर-बार खोने वाले पीड़ितों की प्राथमिक एवं तात्कालिक आवश्यकताओं का आकलन करने तथा फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे बचाव एवं राहत कार्यों की निगरानी के लिए आज उन्होंने सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। 
 
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के स्वयंसेवकों के साथ आरएफ राहत कार्यकर्ताओं की कई टीमें साथ मिलकर चौबीसों घंटे काम कर रही हैं और बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए राहत सामग्रियों, भोजन के पैकेट, पीने का पानी, कंबल, राशन किट, रसोई के किट, कपड़े और पशुओं के चारे का लगातार वितरण किया जा रहा है। अपने स्वभाव के अनुरूप अंबानी भी वहां मौजूद थीं और उन्होंने राहत कार्य की स्वयं अगुवाई की। 
 
आरएफ द्वारा 15 से अधिक संगठनों के साथ मिलकर राहत सामग्रियों को पहुंचाने एवं वितरित करने का कार्य किया जा रहा है। दूरदराज के इलाकों में फंसे लोगों तक पहुंचने के लिए टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर का भी लाभ उठाया जा रहा है। असहाय पीड़ितों के बीच स्वच्छता, स्वास्थ्य संबंधी सावधानी, पशुओं की देखभाल और उपलब्ध सरकारी सुविधाओं के बारे में जागरूकता का प्रसार किया जा रहा है। 
 
बाढ़ पीड़ितों को समय पर राहत का भरोसा दिलाते हुए नीता अंबानी ने कहा कि रिलायंस फाउंडेशन आपके जीवन को पुनर्स्थापित करने के साथ-साथ आपके लिए चीजों को बेहतर बनाने की दिशा में अथक प्रयास करेगा। कृपया उम्मीद ना खोएं, भरोसा रखें और हम साथ मिलकर स्‍थिति को पहले की तरह बेहतर बनाएंगे। 
 
बाढ़ के कारण सैकड़ों लोगों को जीवन से हाथ धोना पड़ा, हजारों लोग बेघर हो गए और आजीविका के साधन नष्ट हो गए, साथ ही इससे गुजरात में बड़े पैमाने पर संपत्ति का भी नुकसान हआ है। सर्वाधिक बुरी तरह प्रभावित जिलों में से एक बनासकांठा को गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2003 के तहत 'आपदा प्रभावित' क्षेत्र घोषित किया गया है। 
 
बाढ़ की शुरुआत से ही नीता अंबानी के नेतृत्व में आरएफ, प्रभावित समुदायों को सहायता उपलब्ध कराने के लिए अथक प्रयास कर रहा है। पीड़ितों को समय पर राहत प्रदान करने के लिए फाउंडेशन सरकार के अधिकारियों एवं अन्य संगठनों के साथ मिलकर काम कर रहा है।
 

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