राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार देर शाम मुख्य सचिव अंजनि कुमार सिंह, गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुब्हानी और पुलिस महानिदेशक पीके ठाकुर के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने अधिकारियों को गृह मंत्रालय को इस आशय का प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया।
फिलहाल इस फर्जीवाड़े की जांच आर्थिक अपराध इकाई कर रही है। इस मामले में अब तक भागलपुर के विभिन्न थानों में 9 अलग-अलग प्राथमिकियां दर्ज कराई गई हैं। आर्थिक अपराध इकाई ने इस मामले में अब तक सरकारी अधिकारी, कर्मचारी, बैंक के अधिकारी और सृजन संस्था के कर्मचारी सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया है, हालांकि इस मामले के मुख्य कर्ताधर्ता सृजन की संस्थापिका मनोरमा देवी (दिवंगत) के पुत्र अमित कुमार और बहू प्रिया कुमार की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो पाई है।