गैरदलीय आधार पर हुए इन चुनावों में ईवीएम की बजाय बैलेट पत्रों का इस्तेमाल किया गया था। 10,200 से अधिक ग्राम पंचायतों में से करीब 9,000 में 27 दिसंबर को चुनाव हुए थे। इसमें अब तक का सर्वाधिक रिकॉर्ड 80.12 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो पिछली बार के 77 प्रतिशत से अधिक था। सरपंच पद के लिए 1,400 से अधिक उम्मीदवार पहले ही सरकार की समरस योजना के तहत निर्विरोध चुने गए थे। बड़ी संख्या में वार्ड सदस्य भी निर्विरोध चुने गए थे।
राज्यभर में 200 से अधिक स्थानों पर 1,600 से अधिक केंद्रों पर हो रही मतगणना के दौरान दोपहर बाद तक करीब 2,000 परिणाम आ चुके हैं और सारे नतीजे देर शाम अथवा रात तक आने की उम्मीद है। इनमें बड़ी संख्या में भाजपा समर्थित उम्मीदवारों की जीत हुई है। उधर सत्तारूढ़ भाजपा ने दावा किया है कि इसके समर्थित 80 प्रतिशत से अधिक उम्मीदवारों की जीत होगी।
भाजपा के प्रदेश कार्यालय श्रीकमलम में विजेता समर्थित उम्मीदवारों के साथ पार्टी ने जश्न मनाया। इस मौके पर मिठाइयां बांटी गईं और 'बार-बार मोदी' के नारे लगाए गए। पंड्या ने कहा कि मतदान का भारी प्रतिशत विपक्षी कांग्रेस की ओर से सरकार की लोकप्रिय नीतियों के प्रति नकारात्मक प्रचार का भी परिणाम है। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने समर्थित सरपंचों की एक बैठक आने वाले समय में बुलाएगी।