जम्मू। अपने जन्मदिन का हमेशा भव्य जश्न मनाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को इस बार अपनी जन्मदिन पार्टी में मात्र 6 लोगों की उपस्थिति से ही संतुष्ट होना पड़ा है, क्योंकि वे कैद में हैं और इस बार के जन्मदिन की खास बात यह थी कि उन्होंने जीवन के 50 बसंत पूरे कर लिए हैं। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के समय से ही दोनों बाप-बेटे नजरबंद हैं। पिता फारूक अब्दुल्ला को उनके घर में ही जेल बनाकर नजरबंद किया गया है।
हर साल परिवारवालों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ धूमधाम से जन्मदिन मनाने वाले उमर अब्दुल्ला ने इस बार नजरबंदी में महज 6 लोगों के साथ अपना जन्मदिन मनाया। जन्मदिन के मौके पर उमर अब्दुल्ला से मिलने के लिए केवल 6 लोगों को इजाजत मिल पाई। यहां तक कि उनसे कुछ दूर पर नजरबंद पिता फारूक अब्दुल्ला भी उनसे नहीं मिल पाए।
जन्मदिन के मौके पर उमर अब्दुल्ला की छोटी बहन साफिया ने बताया कि मेरे पिता (फारूक अब्दुल्ला) अपने बेटे को जन्मदिन की मुबारकबाद भी नहीं दे पा रहे थे। इसे लेकर वे सुबह से ही बहुत दुखी थे। अगर आज वो बाहर होते तो भैया को सबसे पहले वही बधाई देते। 10 मार्च को देर शाम करीब 6 बजे उमर अब्दुल्ला की मां, बहन, 2 चचेरे भाई और 2 अन्य रिश्तेदार जन्मदिन का केक लेकर जेल पहुंचे थे।
साफिया ने बताया कि उमर के कुछ दोस्तों ने भी उनसे मिलने की इजाजत मांगी थी, लेकिन उन्हें मना कर दिया गया था। यह सच है कि जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। उनका जन्म 10 मार्च, 1970 को ब्रिटेन के मोली अब्दुल्ला, यूनाइटेड किंग्डम के रोशफोर्ड, एसेक्स में हुआ था। वे शेख अब्दुल्ला के पोते हैं, जिन्हें शेर-ए-कश्मीर के नाम से जाना जाता है।