तय्यबा ने बताया कि मेरे दिल में छेद है। पिता के पास मेरा ऑपरेशन करवाने के लिए पैसे नहीं हैं। मैंने टीवी पर देखा की प्रधानमंत्री सभी लोगों के लिए काम कर रहे हैं। मुझे भी जीने का हक है। बच्ची के पिता खालिद ने कहा कि बेटी की ओर से लिखे खत को मैंने दिल्ली भेजा था जिसका कुछ ही दिनों में जवाब भी आ गया। हमारी मदद करने के लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी का शुक्रगुजार हूं।