पुलिस के उच्च अधिकारियों का कहना है कि मीडिया के माध्यम खुद तपस्वी छावनी के महंत परमहंस यह जानकारी बार-बार दी जा रही थी कि 6 दिसंबर को आत्मदाह कर लेंगे इसलिए यह कार्रवाई आत्महत्या के प्रयास, शांति भंग और माहौल खराब करने के आरोप के तहत की है। उन्हें सीजीएम के कोर्ट में पेश किया गया है जहां उनकी सुरक्षा को देखते हुए न्यायिक हिरासत में रखा गया है।
गौरतलब है कि तपस्वी छावनी के महंत परमहंस ने कहा था कि केंद्र की मोदी सरकार पांच दिसंबर तक राम मंदिर के लिए स्पष्ट दिशानिर्देश जारी करे नहीं तो छह दिसंबर को वह आत्मदाह कर लेंगे और उन्होंने आत्मदाह के लिए तपस्वी छावनी में अपनी चिता सजा रखी थी और कुछ दिन पूर्व चिता पूजन भी किया था। इसकी जानकारी जैसे ही पुलिस को हुई थी उसने उनकी चिता को हटा दिया था।