इस साल सितंबर महीने में मूर्ति को मैसूर से चिनूक हेलीकॉप्टर के द्वारा उत्तराखंड ले जाया गया और यहां कृष्ण शिला (ब्लैक स्टोन) से मूर्ति को बनाया गया। प्रतिमा के निर्माण के लिए लगभग 130 टन की एक ही शिला का चयन किया गया था। शिला को तराशने और कांटने-छांटने के बाद प्रतिमा का वजन तकरीबन 35 टन ही रह गया। प्रतिमा की ऊंचाई लगभग 12 फुट है।