Pune में पुराने पुल को विस्फोट से किया ध्वस्त, 600 किलो बारूद का इस्तेमाल
रविवार, 2 अक्टूबर 2022 (20:03 IST)
पुणे। महाराष्ट्र के पुणे शहर में नब्बे के दशक में बने एक पुराने पुल को इलाके में आए दिन यातयात जाम की समस्या हल करने की कवायद के तौर पर शनिवार देर रात नियंत्रित विस्फोट के जरिए ढहा दिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि चांदनी चौक इलाके में मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग (एनएच-4) पर बने पुल को ढहाने के लिए करीब 600 किलोग्राम विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया।
पुल ढहाने को लेकर स्थानीय लोगों के बीच काफी उत्सुकता थी। आसपास के इलाकों में रहने वाले लोग पुल को ढहाते हुए देखने के लिए घटनास्थल से सुरक्षित दूरी पर एकत्रित हो गए। पुल ढहाने के बाद मलबा हटाने के लिए कई अर्थमूवर मशीनों और ट्रकों की मदद ली गई।
अधिकारियों ने बताया कि पुल को ढहाने के मद्देनजर मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग पर वाहनों का मार्ग परिवर्तित किया गया था। पुल के आसपास बड़ी संख्या में लोगों को एकत्रित होने से रोकने के लिए इलाके में धारा 144 लगाई गई थी।
पुणे के जिलाधीश राजेश देशमुख ने कहा कि मलबा हटाने के बाद राजमार्ग को सुबह 10 बजे यातायात के लिए खोल दिया गया।
इस पुल को ढहाना, चांदनी चौक में यातायात की स्थिति को सुधारने के उद्देश्य वाली एक महत्वाकांक्षी परियोजना का हिस्सा है। चांदनी चौक इलाके में यातायात जाम की समस्या रहती है, खासतौर से सुबह और शाम के दौरान।
योजना के अनुसार, इस पुल के स्थान पर एक फ्लाईओवर बनाया जाएगा। इस काम का जिम्मा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) तथा स्थानीय नगरनिकाय प्राधिकारियों के पास है।
एडिफिस इंजीनियरिंग के सह-मालिक चिराग छेडा ने कहा कि पुल को नियंत्रित विस्फोट के जरिए देर रात एक बजे ढहाया गया और सब कुछ योजना के मुताबिक किया गया। अब हमने घटनास्थल से मलबा हटाने के लिए अर्थमूवर मशीन और ट्रकों की मदद ली है।
अधिकारियों ने बताया कि एनएचएआई प्राधिकारियों के साथ एडिफिस इंजीनियरिंग के एक दल ने पुल को ढहाने का जिम्मा संभाला था। इसी कंपनी ने इस साल अगस्त में नोएडा के सुपरटेक के ट्विन टावरों को ढहा दिया था।
पुल को गिराए जाने के मद्देनजर इलाके में वाहनों की आवाजाही रोक दी गई थी और उनका मार्ग परिवर्तित कर दिया गया था।
यह पूछे जाने पर कि पुल का एक हिस्सा पूरी तरह नहीं गिरा, इस पर एडिफिस के एक अधिकारी ने कहा कि विस्फोट के कारण कंक्रीट हटा दिया गया है और अब केवल इस्पात की छड़ें बची हैं।
उन्होंने कहा कि जब इस्पात की छड़ों को मशीनों के जरिए हटा दिया जाएगा तो बाकी का ढांचा भी गिर जाएगा।
अधिकारी ने बताया कि पुल के निर्माण में इस्तेमाल इस्पात की मात्रा उनकी उम्मीद से काफी अधिक थी।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को चांदनी चौक में हो रहे पुल संबंधी कार्य का हवाई निरीक्षण किया था।
जिला प्रशासन के अनुसार, पुल को ढहाने तथा मलबा हटाने के लिए पर्याप्त श्रमबल और मशीनरी को काम में लगाया गया, ताकि रविवार को सुबह तक यातायात बहाल किया जा सके।