Jio 4g नेटवर्क से जुड़ा पूर्णागिरि धाम, मुख्यमंत्री रावत ने की औपचारिक घोषणा

शनिवार, 17 अप्रैल 2021 (14:20 IST)
देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड को डिजिटल देवभूमि में बदलने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप रिलायंस जियो ने चंपावत के मां पूर्णागिरि धाम में अपनी 4जी वॉयस और डेटा सेवाएं शुरू कर दी हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शनिवार को इन सेवाओं के शुरुआत की औपचारिक घोषणा की। पूर्णागिरि मंदिर क्षेत्र में 4जी सेवाएं प्रदान करने वाला रिलायंस जियो पहला ऑपरेटर है।

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इससे पहले रिलायंस जियो, उत्तराखंड में चारधाम, श्री हेमकुंड साहिब, श्री नीलकंठ महादेव मंदिर ऋषिकेश, मनसा देवी मंदिर हरिद्वार, गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब नानकमत्ता, पिरान कलियर शरीफ रूड़की, त्रियुगी नारायण मंदिर रुद्रप्रयाग, कसार देवी मंदिर अल्मोड़ा, बागनाथ मंदिर बागेश्वर और गौरीकुंड सहित कई अन्य महत्वपूर्ण मंदिरों और तीर्थक्षेत्रों को अपने 4जी नेटवर्क से जोड़ चुका है।
 
दरअसल, 2019 में उत्तराखंड सरकार ने रिलायंस जियो के साथ प्रदेश के धार्मिक स्थलों को डिजिटल कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए थे। तबसे रिलायंस जियो उत्तराखंड के तीर्थस्थलों को अपने विश्वस्तरीय 4 जी नेटवर्क से लगातार जोड़ रहा है।

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पूर्णागिरि धाम में जियो की 4जी सेवाओं के वर्चुअल शुभारंभ के मौके पर जियो के मालिक मुकेश अंबानी का आभार व्यक्त करते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कोरोना काल में मोबाइल डेटा कनेक्टिविटी छात्रों के लिए, व्यापार के लिए और पर्यटन के लिए अतिमहत्वपूर्ण है। मुझे खुशी है कि जियो ने लगभग सभी प्रमुख तीर्थस्थलों को 4जी कनेक्टिविटी से जोड़ दिया है। जियो, उत्तराखंड के दूरस्थ और दुर्गम इलाकों में कनेक्टिविटी पहुंचाने का काम कर रहा है। शनिवार को बॉर्डर पर रहने वाले और दूरस्थ छोटी आबादी में रहने वाले लोग भी 4जी नेटवर्क से जुड़े हैं।
 
उत्तराखंड के टनकपुर में अन्नपूर्णा शिखर पर 5,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित पूर्णागिरि मंदिर की गिनती 108 सिद्धपीठों में होती है। वैसे तो पूरे वर्ष ही पूर्णागिरि मंदिर में भक्तों का मेला लगा रहता है, पर नवरात्रों में यहां विशेष मेले का आयोजन किया जाता है। 1 माह तक चलने वाला मेला 30 मार्च से शुरू हो गया है। अब तक हजारों भक्त मंदिर में माथा टेक चुके हैं।
 
एक विश्वसनीय इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क की कमी के कारण स्थानीय निवासियों और मंदिर आने वाले भक्तों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। क्षेत्र के लोग लंबे समय से मोबाइल सेवाओं की उपलब्धता की मांग कर रहे थे। मंदिर क्षेत्र में जियो की 4जी सेवाओं से पर्यटन और स्थानीय व्यवसायों को लाभ मिलने की उम्मीद है।
 
स्थानीय निवासियों का मानना है कि बच्चों को अब ऑनलाइन क्लास के लिए अन्य गांवों में नहीं जाना पड़ेगा। वे अपने घरों में आराम से ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे। स्थानीय छात्रों और उनके माता-पिता के लिए जियो का नया मोबाइल टॉवर राहत लेकर आया है। इससे ऑनलाइन कक्षाओं में छात्रों की संख्या बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। 
4जी सेवाएं न केवल निवासियों की सामाजिक स्थिति को प्रभावित करेंगी बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण साबित होंगी, क्योंकि इससे स्थानीय युवाओं और व्यापारियों के लिए कमाई के नए अवसर पैदा होंगे।
 
एक स्थानीय दुकानदार ने बताया कि कनेक्टिविटी से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और ज्यादा पर्यटक मतलब अच्छा व्यापार और बेहतर लाभ। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अब हमारे लिए डिजिटल भुगतान के जरिए लेनदेन करना आसान हो जाएगा। रिलायंस जियो राज्य के सभी निवासियों को अपने नेटवर्क से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। जियो अब तक उत्तराखंड के 13,950 से अधिक गांवों से जुड़ चुका है जिनमें से अधिकांश गांव दूरदराज के इलाकों में हैं और पहली बार किसी नेटवर्क से जुड़े हैं।
 
बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के साथ जियो दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को चिकित्सा और शैक्षिक सुविधाओं, कृषि, पर्यटन और विकास-योजनाओं से जुड़े रहने में मदद कर रहा है। शहरों और कस्बों के साथ साथ दूरदराज के इलाकों में अपने 4जी नेटवर्क की बदौलत उत्तराखंड में हर महीने लगातार बड़ी संख्या में ग्राहक जियो से जुड़ रहे हैं। उत्तराखंड के दुर्गम इलाकों में रिलायंस जियो तेजी से अपने 4जी नेटवर्क को विस्तार दे रहा है।

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